सभ्यताओं का मरण भारी पड़ेगा
विष घुला वातावरण भारी पड़ेगा
दम्भ में डूबी हुई लंकापुरी पर
एक अंगद का चरण भारी पड़ेगा
विष घुला वातावरण भारी पड़ेगा
दम्भ में डूबी हुई लंकापुरी पर
एक अंगद का चरण भारी पड़ेगा
©✍🏻 निकुंज शर्मा
गहन अँधेरों का डेरा है, एकाकी मन की चौखट पर उम्मीदों के दीप जलाकर, अँधियारों से दूरी कर दो चतुराई के हाथ लुटे हो जैसे राही भोले भाले मेरे नि...
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